घरेलू औरतें जब ख़ामोश होती हैं मन ही मन कुछ बुन रही होती हैं! घरेलू औरतें जब ख़ामोश होती हैं मन ही मन कुछ बुन रही होती हैं!
छोटी सी, नन्ही सी ,आई परी खुशियां ही खुशियां ,नजर आई नई दिन और रात ,बीती चुलबुली बात छोटी सी, नन्ही सी ,आई परी खुशियां ही खुशियां ,नजर आई नई दिन और रात ,बीती च...
गूँज रही इन लाखों आवाज़ों में, शब्द तलाशती वो दबी आवाज़ गूँज रही इन लाखों आवाज़ों में, शब्द तलाशती वो दबी आवाज़
कभी पूजन करते है तो कभी भाग्य-सौभाग्य कहते है... लेकिन लाज तो औरत की ही कुचल देते है... कभी पूजन करते है तो कभी भाग्य-सौभाग्य कहते है... लेकिन लाज तो औरत की ही कुचल देत...
रोके से भी नहीं रुकता काफिला खबरों का रोके से भी नहीं रुकता काफिला खबरों का
आप फिर से मिलेंगे क्या बहुत कुछ बाते हैं बताने के लिये, आप फिर से मिलेंगे क्या बहुत कुछ बाते हैं बताने के लिये,